Hindi News Xyz

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

"खलबली" – जब संगीत चुपचाप दिल की तहों को छूता है । A Soul-Stirring Journey Through Quiet Chaos

"खलबली" — A Soul-Stirring Journey Through Quiet Chaos

मुम्बई (मायानगरी ): सतही शोरगुल से भरे इस युग में, जब अधिकांश गीत तात्कालिक मनोरंजन तक सीमित रह जाते हैं, "खलबली" जैसी रचना सच्चे भावनात्मक स्पर्श की याद दिलाती है। जीबी आर्ट्स स्टूडियो के बैनर तले और निर्माता संजय बेडिया के निर्देशन में रिलीज़ यह गीत, आज के समय में सच्चे संगीत प्रेमियों के लिए एक ताज़ा झोंके की तरह सामने आया है।

"खलबली" is not just a song — it’s a quiet storm wrapped in melody. It’s the mood track of the season.

अरुण देव यादव की भावपूर्ण मुख्य गायिकी इस गीत की आत्मा बनकर उभरती है। ‘खलबली’—एक ऐसा शब्द जो बेचैनी, मानसिक असंतुलन और गहरे भावों को समेटे हुए है—यादव की आवाज़ में जैसे जीवन पा जाता है। हर सुर में एक अनकहा दर्द, हर थिरकन में एक अनुत्तरित प्रश्न का बोझ महसूस होता है।


गीतकार संजीव चतुर्वेदी और यादव के सहयोग ने बोलों को एक अनोखी सादगी दी है, जो सीधे दिल को छूती है। यह गीत किसी गूढ़ दर्शन का बोझ नहीं उठाता, बल्कि जीवन की उन छोटी-छोटी बेचैनियों को बयां करता है जो हर किसी की अपनी होती हैं।


इशिका हिरवे और सारिका चतुर्वेदी की सहगायन में ऐसी नज़ाकत है, जो गीत के भावनात्मक तूफान को एक नरम किनारा देती है। उनके सुर उस सहारा की तरह हैं जो आत्मा को टूटने नहीं देते।


गीत का संगीत देबाशीष भट्टाचार्जी ने रचा है, जो हर नोट के साथ एक भावनात्मक यात्रा बनाता है। उनका संगीत न ही अत्यधिक बनावटी है, न ही दिखावटी—बल्कि यह एक सच्ची ध्वनि संरचना है जो दिल को छूकर गुजरती है। धीमे तारों की झनकार, परिवेशीय ध्वनि की परतें, और संयमित ताल—ये सब मिलकर गीत को एक ध्यानात्मक अनुभव में बदल देते हैं।

संजय बेडिया की प्रोडक्शन स्टाइल इस बात का उदाहरण है कि कैसे कोई रचनात्मक व्यक्ति beyond the commercial formula सोच सकता है। “खलबली” उनकी इसी सोच की underrated gem है।

संजय बेडिया ने न सिर्फ इस पूरे प्रोजेक्ट को सुसंगत रूप से प्रस्तुत किया, बल्कि यह भी दिखाया कि जब भावनाएं दिशा देती हैं, तो रचना सिर्फ गीत नहीं रह जाती—वह एक बयान बन जाती है।


"खलबली" न सिर्फ एक गाना है, यह उन अनकहे जज़्बातों की पुकार है जो अक्सर हमारे भीतर दबी रह जाती है। यह गीत याद दिलाता है कि सबसे गहरे संघर्ष अक्सर चुपचाप लड़े जाते हैं—और कभी-कभी, एक गीत ही उन्हें उजागर करने का माध्यम बनता है।


यह गीत अब सभी प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है।


जीबी आर्ट्स स्टूडियो के इस प्रयास ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सच्चे और संवेदनशील संगीत के लिए आज भी दुनिया में एक जगह है।